Jesus Hindi

अय्यूब 25

 शूही बिल्दद का वचन  अय्यूब 25 1 तब शूही बिल्दद ने कहा, 2 “प्रभुता करना और डराना यह उसी का काम हैa;वह अपने ऊँचे-ऊँचे स्थानों में शान्ति रखता है। 3 क्या उसकी सेनाओं की गिनती हो सकती?और कौन है जिस पर उसका प्रकाश नहीं पड़ता? 4 फिर मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी कैसे ठहर सकता है?और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ … Read more

अय्यूब 24

 अय्यूब की शिकायत   अय्यूब 24 1 “सर्वशक्तिमान ने दुष्टों के न्याय के लिए समय क्यों नहीं ठहराया,और जो लोग उसका ज्ञान रखते हैं वे उसके दिन क्यों देखने नहीं पाते?2 कुछ लोग भूमि की सीमा को बढ़ाते,और भेड़-बकरियाँ छीनकर चराते हैं।3 वे अनाथों का गदहा हाँक ले जातेa,और विधवा का बैल बन्धक कर रखते हैं।4 वे दरिद्र लोगों … Read more