Jesus Hindi

अय्यूब 21

 अय्यूब का उत्तर अय्यूब 21 1 तब अय्यूब ने कहा,2 “चित्त लगाकर मेरी बात सुनो;और तुम्हारी शान्ति यही ठहरे।3 मेरी कुछ तो सहो, कि मैं भी बातें करूँa;और जब मैं बातें कर चुकूँ, तब पीछे ठट्ठा करना।4 क्या मैं किसी मनुष्य की दुहाई देता हूँ?फिर मैं अधीर क्यों न होऊँ?5 मेरी ओर चित्त लगाकर चकित हो,और अपनी-अपनी उँगली दाँत तले … Read more

अय्यूब 20

 सोपर का तर्क अय्यूब 20 1 तब नामाती सोपर ने कहा,2 “मेरा जी चाहता है कि उत्तर दूँ,और इसलिए बोलने में फुर्ती करता हूँ।3 मैंने ऐसी डाँट सुनी जिससे मेरी निन्दा हुई,और मेरी आत्मा अपनी समझ के अनुसार तुझे उत्तर देती है।4 क्या तू यह नियम नहीं जानता जो प्राचीनऔर उस समय का हैa,जब मनुष्य पृथ्वी पर बसाया गया,5 दुष्टों … Read more