Jesus Hindi

अय्यूब 35

 एलीहू की वाणी अय्यूब 35 1 फिर एलीहू इस प्रकार और भी कहता गया, 2 “क्या तू इसे अपना हक़ समझता है? क्या तू दावा करता है कि तेरी धार्मिकता परमेश्वर के धार्मिकता से अधिक है? 3 जो तू कहता है, ‘मुझे इससे क्या लाभ? और मुझे पापी होने में और न होने में कौन सा अधिक अन्तर … Read more

अय्यूब 34

 एलीहू का वचन अय्यूब 34 1 फिर एलीहू यह कहता गया;2 “हे बुद्धिमानों! मेरी बातें सुनो,हे ज्ञानियों! मेरी बात पर कान लगाओ,3 क्योंकि जैसे जीभ से चखा जाता है,वैसे ही वचन कान से परखे जाते हैं।4 जो कुछ ठीक है, हम अपने लिये चुन लें;जो भला है, हम आपस में समझ-बूझ लें।5 क्योंकि अय्यूब ने कहा है, ‘मैं निर्दोष हूँ,और … Read more