Jesus Hindi

अय्यूब 31

अय्यूब 31 1 “मैंने अपनी आँखों के विषय वाचा बाँधी है,फिर मैं किसी कुँवारी पर क्यों आँखें लगाऊँ?2 क्योंकि परमेश्वर स्वर्ग से कौन सा अंशऔर सर्वशक्तिमान ऊपर से कौन सी सम्पत्ति बाँटता है?3 क्या वह कुटिल मनुष्यों के लिये विपत्तिऔर अनर्थ काम करनेवालों के लिये सत्यानाश का कारण नहीं हैa?4 क्या वह मेरी गति नहीं देखताऔर क्या वह मेरे … Read more

अय्यूब 30

अय्यूब 30 1 “परन्तु अब जिनकी अवस्था मुझसे कम है, वे मेरी हँसी करते हैं,वे जिनके पिताओं को मैं अपनी भेड़-बकरियों के कुत्तों के काम के योग्य भी न जानता था।2 उनके भुजबल से मुझे क्या लाभ हो सकता था?उनका पौरुष तो जाता रहा।3 वे दरिद्रता और काल के मारे दुबले पड़े हुए हैं,वे अंधेरे और सुनसान स्थानों … Read more