Jesus Hindi

अय्यूब 29

 अय्यूब के अंतिम वचन अय्यूब 29 1 अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा,2 “भला होता, कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती,जिन दिनों में परमेश्वर मेरी रक्षा करता था,3 जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था,और उससे उजियाला पाकरa मैं अंधेरे से होकर चलता था।4 वे तो मेरी जवानी के दिन थे,जब … Read more

अय्यूब 28

अय्यूब 28 1 “चाँदी की खानि तो होती है,और सोने के लिये भी स्थान होता है जहाँ लोग जाते हैं।2 लोहा मिट्टी में से निकाला जाता और पत्थरपिघलाकर पीतल बनाया जाता है3 मनुष्य अंधियारे को दूर कर,दूर-दूर तक खोद-खोदकर,अंधियारे और घोर अंधकार में पत्थर ढूँढ़ते हैं।4 जहाँ लोग रहते हैं वहाँ से दूर वे खानि खोदते हैंवहाँ पृथ्वी पर … Read more