अय्यूब 29
अय्यूब के अंतिम वचन अय्यूब 29 1 अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा,2 “भला होता, कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती,जिन दिनों में परमेश्वर मेरी रक्षा करता था,3 जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था,और उससे उजियाला पाकरa मैं अंधेरे से होकर चलता था।4 वे तो मेरी जवानी के दिन थे,जब … Read more