भजन संहिता 147
सर्वशक्तिमान परमेश्वर की स्तुति भजन संहिता 147 1 याह की स्तुति करो! क्योंकि अपने परमेश्वर का भजन गाना अच्छा है; क्योंकि वह मनभावना है, उसकी स्तुति करनी मनभावनी है। 2 यहोवा यरूशलेम को बसा रहा है; वह निकाले हुए इस्राएलियों को इकट्ठा कर रहा है। 3 वह खेदित मनवालों को चंगा करता है, और उनके शोक पर मरहम-पट्टी … Read more