भजन संहिता 145
परमेश्वर की महिमा और प्रेम का गीत दाऊद का भजन भजन संहिता 145 1 हे मेरे परमेश्वर, हे राजा, मैं तुझे सराहूँगा, और तेरे नाम को सदा सर्वदा धन्य कहता रहूँगा। 2 प्रतिदिन मैं तुझ को धन्य कहा करूँगा, और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहूँगा। 3 यहोवा महान् और अति स्तुति … Read more