Jesus Hindi

भजन संहिता 36

 परमेश्वर का प्रेम और मनुष्य की दुष्टता प्रधान बजानेवाले के लिये यहोवा के दास दाऊद का भजन भजन संहिता 36 1 दुष्ट जन का अपराध मेरे हृदय के भीतर यह कहता है कि परमेश्वर का भय उसकी दृष्टि में नहीं है। (रोमि. 3:18) 2 वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन … Read more

भजन संहिता 35

 विजय के लिये प्रार्थना दाऊद का भजन भजन संहिता 35 1 हे यहोवा, जो मेरे साथ मुकद्दमा लड़ते हैं, उनके साथ तू भी मुकद्दमा लड़; जो मुझ से युद्ध करते हैं, उनसे तू युद्ध कर।   2 ढाल और भाला लेकर मेरी सहायता करने को खड़ा हो।   3 बर्छी को खींच और मेरा पीछा करनेवालों के सामने … Read more