भजन संहिता 2
पुत्र का राज्याभिषेक भजन संहिता 2 1 जाति-जाति के लोग क्यों हुल्लड़ मचाते हैं, और देश-देश के लोग व्यर्थ बातें क्यों सोच रहे हैं? 2 यहोवा के और उसके अभिषिक्त के विरूद्ध पृथ्वी के राजा मिलकर, और हाकिम आपस में सम्मति करके कहते हैं, (प्रका. 11:18, प्रेरि. 4:25,26, प्रका. 19:19) 3 “आओ, हम उनके बन्धन तोड़ डालें, और … Read more