Jesus Hindi

भजन संहिता 2

 पुत्र का राज्याभिषेक भजन संहिता 2 1 जाति-जाति के लोग क्यों हुल्लड़ मचाते हैं, और देश-देश के लोग व्यर्थ बातें क्यों सोच रहे हैं? 2 यहोवा के और उसके अभिषिक्त के विरूद्ध पृथ्वी के राजा मिलकर, और हाकिम आपस में सम्मति करके कहते हैं, (प्रका. 11:18, प्रेरि. 4:25,26, प्रका. 19:19) 3 “आओ, हम उनके बन्धन तोड़ डालें, और … Read more

भजन संहिता 1

परमेश्वर की व्यवस्था में सच्चा सुख भजन संहिता 1 1 क्या ही धन्य है वह पुरुष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करनेवालों की मण्डली में बैठता है!   2 परन्तु वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता; और उसकी व्यवस्था पर रात-दिन ध्यान … Read more