Jesus Hindi

यिर्मयाह 18

कुम्हार और मिट्टी 18 1 यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा, “उठकर कुम्हार के घर जा, 2 और वहाँ मैं तुझे अपने वचन सुनाऊँगा।” 3 इसलिए मैं कुम्हार के घर गया और क्या देखा कि वह चाक पर कुछ बना रहा है! 4 जो मिट्टी का बर्तन वह बना रहा था वह बिगड़ गया, तब … Read more

यिर्मयाह 17

यहूदा का पाप 17 1 “यहूदा का पाप लोहे की टाँकी और हीरे की नोक से लिखा हुआ है; वह उनके हृदयरूपी पटिया और उनकी वेदियों के सींगों पर भी खुदा हुआ है। 2 उनकी वेदियाँ और अशेरा नामक देवियाँ जो हरे पेड़ों के पास और ऊँचे टीलों के ऊपर हैं, वे उनके लड़कों को भी स्मरण … Read more