Jesus Hindi

यिर्मयाह 10

परमेश्वर और मूर्तिपूजा 10 1 यहोवा यह कहता है, हे इस्राएल के घराने जो वचन यहोवा तुम से कहता है उसे सुनो। 2 “अन्यजातियों की चाल मत सीखो, न उनके समान आकाश के चिन्होंa से विस्मित हो, इसलिए कि अन्यजाति लोग उनसे विस्मित होते हैं। 3 क्योंकि देशों के लोगों की रीतियाँ तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से … Read more

यिर्मयाह 9

9 1 भला होता, कि मेरा सिर जल ही जल, और मेरी आँखें आँसुओं का सोता होतीं, कि मैं रात दिन अपने मारे गए लोगों के लिये रोता रहता। 2 भला होता कि मुझे जंगल में बटोहियों का कोई टिकाव मिलता कि मैं अपने लोगों को छोड़कर वहीं चला जाता! क्योंकि वे सब व्यभिचारी हैं, वे विश्वासघातियों … Read more