Jesus Hindi

सपन्याह 3

यरूशलेम का पाप और उसका छुटकारा सपन्याह 3 1 हाय बलवा करनेवाली और अशुद्ध और अंधेर से भरी हुई नगरी! 2 उस ने मेरी नहीं सुनी, उस ने ताड़ना से भी नहीं माना, उस ने यहोवा पर भरोसा नहीं रखा, वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई। 3 उसके हाकिम गरजनेवाले सिंह ठहरे; उसके न्यायी सांझ को आहेर … Read more

सपन्याह 2

सपन्याह 2 1 हे निर्लज्ज जाति के लोगो, इकट्ठे हो! 2 इस से पहले कि दण्ड की आज्ञा पूरी हो और बचाव का दिन भूसी की समान निकले, और यहोवा का भड़कता हुआ क्रोध तुम पर आ पड़े, और यहोवा के क्रोध का दिन तुम पर आए, तुम इकट्ठे हो। 3 हे पृथ्वी के सब नम्र लोगो, हे … Read more