अय्यूब 42
अय्यूब का पश्चाताप और पुनर्स्थापना अय्यूब 42 1 तब अय्यूब ने यहोवा को उत्तर दिया; 2 “मैं जानता हूँ कि तू सब कुछ कर सकता हैa, और तेरी युक्तियों में से कोई रुक नहीं सकती। (यशा. 14:27, नीति. 19:21, मर. 10:27) 3 तूने मुझसे पूछा, ‘तू कौन है जो ज्ञानरहित होकर युक्ति पर परदा डालता है?’ परन्तु मैंने … Read more