यिर्मयाह 18
कुम्हार और मिट्टी 18 1 यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा, “उठकर कुम्हार के घर जा, 2 और वहाँ मैं तुझे अपने वचन सुनाऊँगा।” 3 इसलिए मैं कुम्हार के घर गया और क्या देखा कि वह चाक पर कुछ बना रहा है! 4 जो मिट्टी का बर्तन वह बना रहा था वह बिगड़ गया, तब … Read more