भजन संहिता 32
क्षमा प्राप्ति की आशीष दाऊद का भजन मश्कील भजन संहिता 32 1 क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढाँपा गया हो। (रोमि. 4:7) 2 क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का यहोवा लेखा न ले, और जिसकी आत्मा में कपट न हो। (रोमि. 4:8) 3 जब मैं चुप रहा … Read more