Jesus Hindi

सभोपदेशक 1

जीवन की व्यर्थता सभोपदेशक 1 1 यरूशलेम के राजा, दाऊद के पुत्र और उपदेशक के वचन। 2 उपदेशक का यह वचन है, “व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है।” 3 उस सब परिश्रम से जिसे मनुष्य धरती पर करता है, उसको क्या लाभ प्राप्त होता है? 4 एक पीढ़ी जाती है, और दूसरी पीढ़ी आती है, … Read more