संकटपूर्ण वायदा नीतिवचन 6 1 हे मेरे पुत्र, यदि तू अपने पड़ोसी का उत्तरदायी हुआ हो, अथवा परदेशी के लिये हाथ पर हाथ मार कर उत्तरदायी हुआ हो, 2 तो तू अपने ही मुँह के वचनों से फँसा, और अपने ही मुँह की बातों से पकड़ा गया। 3 इसलिये हे मेरे पुत्र, एक काम कर, अर्थात् तू जो … Read more