भजन संहिता 121
परमेश्वर हमारा रक्षक यात्रा का गीत भजन संहिता 121 1 मैं अपनी आँखें पर्वतों की ओर लगाऊँगा। मुझे सहायता कहाँ से मिलेगी? 2 मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है। 3 वह तेरे पाँव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न उँघेगा। 4 सुन, इस्राएल का रक्षक, न उँघेगा और … Read more