Jesus Hindi

भजन संहिता 53

 मनुष्य की मूर्खता और दुष्टता प्रधान बजानेवाले के लिये महलत की राग पर दाऊद का मश्कील भजन संहिता 53 1 मूर्ख ने अपने मन में कहा, “कोई परमेश्वर है ही नहीं।” वे बिगड़ गए, उन्होंने कुटिलता के घिनौने काम किए हैं; कोई सुकर्मी नहीं। 2 परमेश्वर ने स्वर्ग पर से मनुष्यों के ऊपर दृष्टि की ताकि देखे … Read more