भजन संहिता 25
प्रभु पर निर्भरता दाऊद का भजन भजन संहिता 25 1 हे यहोवा, मैं अपने मन को तेरी ओर उठाता हूँ। 2 हे मेरे परमेश्वर, मैं ने तुझी पर भरोसा रखा है, मुझे लज्जित होने न दे; मेरे शत्रु मुझ पर जयजयकार करने न पाएँ। 3 वरन् जितने तेरी बाट जोहते हैं उनमें से कोई लज्जित न होगा; परन्तु … Read more