भजन संहिता 130
करुणामय परमेश्वर यात्रा का गीत भजन संहिता 130 1 हे यहोवा, मैं ने गहरे स्थानों में से तुझ को पुकारा है! 2 हे प्रभु, मेरी सुन! तेरे कान मेरे गिड़गिड़ाने की ओर ध्यान से लगे रहें! 3 हे याह, यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले, तो हे प्रभु कौन खड़ा रह सकेगा? 4 परन्तु … Read more