Jesus Hindi

सभोपदेशक 2

 सुख की व्यर्थता सभोपदेशक 2 1 मैंने अपने मन से कहा, “चल, मैं तुझ को आनन्द के द्वारा जाँचूँगा; इसलिये आनन्दित और मगन हो।” परन्तु देखो, यह भी व्यर्थ है। 2 मैंने हँसी के विषय में कहा, “यह तो बावलापन है,” और आनन्द के विषय में, “उस से क्या प्राप्त होता है?” 3 मैंने मन में सोचा कि … Read more