भजन संहिता 129
सिय्योन के शत्रुओं पर विजय का गीत यात्रा का गीत भजन संहिता 129 1 इस्राएल अब यह कहे, “मेरे बचपन से लोग मुझे बार-बार क्लेश देते आए हैं, 2 मेरे बचपन से वे मुझ को बार-बार क्लेश देते तो आए हैं, परन्तु मुझ पर प्रबल नहीं हुए। 3 हलवाहों ने मेरी पीठ के ऊपर हल चलाया, … Read more